लगातार कोरना महामारी अपने पांव पसारती जा रही है। हर कोई त्राहिमाम कर रहा है। हर कोई परेशान है। आज के दौर में देखा जाए तो डॉक्टर्स भी मोहताज महसूस कर रहे हैं। वह इसलिए क्योंकि हस्पतालों में ना तो ऑक्सीजन की आपूर्ति हो पा रही है और ना ही बेड की संख्या भरपूरी से बढ़ पा रही है। बेड की संख्या कम बल्कि जरूर हो रही है। और उसकी कमी इस वजह से क्योंकि अगर बेड की संख्या बढ़ा दी जाए तो उन पर ऑक्सीजन कैसे अर्जित की जाएगी।
ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से बेड की संख्या को भी हर एक अस्पताल ज्यादा करने की जगह घटा रहा है। और आईसीयू बेड की संख्या जहां बढ़ानी चाहिए उसे भी घटाया जा रहा है। यही कारण है कि इसकी वजह से भी मरीज ज्यादा और बेड कम नजर आ रहे हैं।

क्योंकि जितने ज्यादा मरीज हैं और मरीज़ ज़्यादा होने की वजह से मरीजों के लिए ऑक्सीजन ना पहुंचने की वजह से बेड और ज्यादा कम अस्पतालों की तरफ से किए जा रहे हैं। अब अस्पताल करें भी तो क्या।

अगर उनके यहां पेशेंट्स आएंगे और वह जिंदगी जीने की जगह मौत के लिए आगे बढ़ जाएंगे, तो हॉस्पिटल्स कभी नहीं चाहते कि उनके यहां पर कोई भी पेशेंट आए और वह मर कर जाए। उनकी तरफ से हर संभव कोशिश होती है प्रयास होता है कि वह किसी भी तरीके से कुछ भी करके मरीज की जान बचा सकें।
लेकिन नागपुर से एक ऐसा वाक्या निकल कर सामने आया है जहां पर एक अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी हुई, और पुलिस को इस बारे में सूचित किया गया और पुलिस ने ऑक्सीजन मुहैया कराई और कई लोगों की जान बचा दी।

क्या है पूरी कहानी, इस कहानी को विस्तार से बताते हैं। तिरपुडे हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म होने से हड़कंप की स्थिति बन गई। ICU में 15 मरीज भर्ती थे। उन्हें तत्काल ऑक्सीजन की जरूरत थी।

ऐसे में जरीपटका पुलिस स्टेशन में रात एक बजे एक लेटर के जरिए सूचना दी गई। वहां उस समय एसआई महादेव नाईकवाड़े तैनात थे और तुरंत हरकत में आ गए। और जैसे तैसे कर उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए, ऑक्सीजन अरेंज करने में जुट गए। वे अपने 4 साथियों के साथ पास में स्थित एक ऑक्सीजन प्लांट पर पहुंचे।
प्लांट मालिक ने प्रशासन का परमीशन लेटर ना होने की वजह से ऑक्सीजन देने से मना कर दिया, फिर भी एसआई महादेव डटे रहे और प्लांट मालिक को मनाते रहे। फिर आखिरकार उन्हें 7 ऑक्सीजन सिलेंडर मिल गए हैं।
फिर जल्दी से एसआई ने ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पताल पहुंचाए जिससे तमाम मरीज़ों की जान बच गई। ऐसे में पुलिस का अस्पताल प्रशासन ने बारंबार धन्यवाद किया। कुल मिलाकर एसआई महादेव इन सभी मरीज़ों के लिए भगवान बनकर सामने आए हैं।