दूरदर्शन पर प्रसारित हो रहे रामायण और महाभारत एक बार फिर से पुराने दिनों को ताजा कर रहे हैं। सिर्फ सीरियल्स ही नहीं बल्कि इन सीरियल्स के हर किरदार को भी लोग एक बार फिर याद कर रहे हैं। राम, सीता, लक्ष्मण, कृष्ण, अर्जुन के अलावा महाभारत का एक किरदार ऐसा भी है जो लोगों के दिलों-दिमाग में बसा हुआ है। लंबी-चौड़ी कद-काठी उनकी पहचान है। हम बात कर रहे हैं महाभारत के भीम की।
जी हां, शो के इस किरदार को भला कोई कैसे भूल सकता है। इस किरदार को बीआर चोपड़ा के शो में प्रवीण कुमार सोबती ने निभाया था। 6 दिसंबर 1947 को जन्मे प्रवीण उस समय स्पोर्ट्स पर्सन हुआ करते थे।

लेकिन भीम के किरदार के तौर पर उनको इतनी लोकप्रियता मिली कि उनकी बाकी उपलब्धियां इसके आगे बौनी रह गईं। महाभारत के भीम नाम से लोकप्रिय प्रवीण कुमार ने इस किरदार को निभाने से पहले एशियन गेम्स में कई पदक जीते हैं जिनमें से दो गोल्ड भी हैं।

वह हैमर और डिस्कर थ्रो यानी गोला और चक्का फेंकनेमें एशिया में रिकॉर्ड बना चुके हैं। वहीं दो बार ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। अपने शुरुआती दिनों के बारे में ये बलशाली एथलीट और एक्टर एक इंटरव्यू में बताता है कि वो पंजाब के अपने गांव में सुबह तीन बजे उठते थे।

“एक भी दिन ऐसा नहीं था जब मैं 3 बजे न उठा हूं. गांव में कोई जिम जैसी चीज नहीं थी और न ही तब तक मैंने ऐसी चीज देखी थी। मां घर में जो चक्की अनाज पीसने के लिए इस्तेमाल करती थी, उसी की सिल्लियों का वजन उठाकर मैं अपने ट्रेनिंग करता था।
भोर के 3 बजे से सूरज निकलने तक मैं खूब ट्रेनिंग करता था। दिन निकलने तक ट्रेनिंग बंद। उसके बाद जब कोई ने भी देखा वो उन्हें देखकर पहचान नहीं पाया। प्रवीण 1960 और 70 के दशक के दौरान भारतीय एथलेटिक्स में एक जाना-माना चेहरा थे।

अपनी लंबाई और अच्छी कद-काठी के कारण, वह एक प्रोफेशनल हैमर और डिस्कस थ्रोअर बन गए। उन्होंने 1966 और 1970 में हांगकांग में एशियाई खेलों में भाग लिया और स्वर्ण पदक जीता था।प्रवीण ने 1966 में किंग्स्टन में कॉमनवेल्थ गेम्स में और साथ ही 1974 में तेहरान में एशियाई खेलों में रजत पदक जीता।