वैसे तो दुनिया में कई महंगे पदार्थ और वस्तु हैं। जिनकी कीमत करोड़ों अरबों में हैं। कई लोग सोना और हीरे को पृथ्वी की सबसे महंगी वस्तु की समझ रहे होंगे, लेकिन दुनिया में ऐसे कई पदार्थ हैं जिनकी कीमत दुनिया के देशों की जीडीपी से भी ज्यादा है। ऐसा ही एक पदार्थ हैं जिसे एक ग्राम बेचने पर दो-दो पाकिस्तान जैसे देशों को खरीदा जा सकता है।

फिजिक्स में प्रतिद्रव्य या एंटीमैटर वस्तुतः पदार्थ के एंटीपार्टिकल के सिद्धांत का विस्तार है। जिस प्रकार पदार्थ कणों का बना होता है उसी प्रकार प्रतिद्रव्य प्रतिकणों से मिलकर बना होता है।
आपको बता दे कि इस चीज का नाम है एंटीमैटर, जिसे दुनिया की सबसे महंगी वस्तु माना जाता है। इसे आम भाषा में प्रतिपदार्थ भी कहा जाता है।प्रतिपदार्थ, पदार्थ का एक ऐसा प्रकार है जो प्रतिकणों जैसे पाजिट्रॉन, प्रति-प्रोटॉन, प्रति-न्यूट्रॉन से बना होता है।

इसकी कीमत की बात करें तो आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। अगर इसे एक ग्राम बेचा जाए तो दुनिया के 100 छोटे-छोटे देशों को खरीदा जा सकता है। पाकिस्तान जैसे दो देश खरीदे जा सकते हैं।

इसकी 1 ग्राम की कीमत 31 लाख 25 हजार करोड़ रुपए है। इसे दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ माना जाता है। इसे विशेष रूप से तैयार किया जाता है।अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा की मानें तो एंटीमैटर को तैयार करने में सबसे ज्यादा रुपए भी खर्च होते है।
इसलिए इसकी कीमत भी ज्यादा है। दुनिया में सबसे ज्यादा सुरक्षा व्यवस्था भी इसे प्रदान की जाती है। इतना ही नहीं नासा जैसे संस्थानों में भी इसे रखने के लिए एक मजबुत सुरक्षा घेरा है। इसकी सुरक्षा में भी काफी ज्यादा खर्च होते है। व

वैज्ञानिकों ने इसे बनाने में भी कामयाबी हासिल कर ली है। इस एंटीमैटर को सर्न की प्रयोगशाला में बनाया गया था। इस लैब में ही गॉड पार्टिकल को ढूंढ़ने की बात सामने आई थी। इसे बनाने में जो ऊर्जा खर्च होती है प्राप्त एंटी मैटर उसका एक अरबवां हिस्सा होता है।