हर किसी के जिंदगी में ऐसा मोड़ आता है जब उसकी जिंदगी ही बदल जाती हो। जी हां 2009 बैच की आईएएस ऑफिसर डॉ प्रियंका शुक्ला को हाल ही में कलेक्टर के रूप में पहली जिम्मेदारी दी गई है। बेहद कम समय में ही डॉ प्रियंका कई नेशनल अवार्ड्स अपने नाम कर चुकी हैं। बताते चलें कि प्रियंका शुक्ला एक एमबीबीएस डॉक्टर हैं और मेडिकल की फील्ड छोड़कर प्रशासनिक सेवा में आई हैं।

छत्तीसगढ़ की IAS ऑफिसर प्रियंका शुक्ला अपने बेहतरीन काम के चलते लोगों के बीच लोकप्रिय हैं। फील्ड पर उनके जुझारूपन व जिस तरह वो लोगों के बीच कोरोना वायरस को लेकर जागरुकता फैला रही हैं, ट्विटर पर हर कोई उनकी सराहना कर रहा है।
आपको बता दे कि बता दें कि प्रियंका ने लखनऊ के प्रतिष्ठित कॉलेज केजीएमयू से एमबीबीएस किया हुआ है। प्रैक्टिस के दौरान एक बार जब वो झुग्गी-झोपड़ियों में चेकअप करने पहुंचीं।
वहां एक महिला बच्चे को गंदा पानी पिला रही थी, टोकने पर महिला ने प्रियंका को ताना मारते हुए कहा कि ‘तुम कहीं की कलेक्टर हो क्या’। इस वाकये के बाद ही प्रियंका ने ठान लिया कि उन्हें IAS बनना है।

झुग्गी-झोपड़ियों की यह दशा देखकर भी वे द्रवित हो गयी थीं। उन्हें लगा की समाज को सुधारने और ऐसे लोगों की मदद करने के लिये उन्हें प्रशासनिक सेवा में ही जाना चाहिए। फिर क्या था प्रियंका ने तैयारी शुरू कर दी और कामयाबी हासिल की।

अगर प्रियंका की शुरुआती शिक्षा-दीक्षा की बात करें तो वे हरिद्वार में जन्मीं और पली-बढ़ीं।उनकी शुरुआती शिक्षा भी वहीं से हुयी। प्रियंका के पिताजी हमेशा से चाहते थे कि बेटी डीएम बने। प्रियंका भी अपने पिताजी के साथ-साथ इस सपने को जीने लगीं।

प्रियंका ने 2009 में यूपीएससी परीक्षा में सफलता पायी। वर्तमान में वे छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के डीएम के रूप में कार्यरत हैं। इस जिले की तस्वीर बदलने में वे निरंतर अपना योगदान दे रही हैं।