अक्सर आपने देखा और सुना होगा कि बच्चे अपने माता-पिता पर डिपेंड होते हैं और यह होना भी चाहिए और यह अक्सर होता भी है, देखा भी जाता है। भारत में तो इस तरीके से बहुत ही ज्यादा देखा जाता है। माता-पिता का बिजनेस होता है या फिर जो काम माता-पिता का होता है उसी काम को आगे बढ़ाने में उनके बच्चे भी लग जाते हैं, जुट जाते हैं।
कई बार देखा जाता है कि मां-बाप अच्छे रसूख वाले होते हैं अच्छे पदों पर होते हैं और उसका सीधा फायदा बच्चों को भी मिलता है, लेकिन कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जो बेहद स्वाभिमानी होते हैं और वह अपने स्वाभिमान का अपने ऊपर पूरा इस्तेमाल करते हुए अपने माता-पिता का तनिक भी सहयोग नहीं लेते अपने भविष्य को बनाने में.
आज हम आपको एक ऐसी ही हसती से रूबरू कराने जा रहे हैं जो देश भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की बेटी हैं, लेकिन उन्होंने अपने पिता के रसूख का कभी भी इस्तेमाल नहीं किया।
पिता का नाम लेकर कभी भी किसी भी नौकरी को करने की नहीं सोची। उन्होंने हमेशा ही अपने दम पर अपनी नौकरी पाई और उसी में ही खुश रहीं। बतादें राष्ट्रपति की बेटी स्वाति कोविंद इंडियन एयरलाइंस में एयरहोस्टेस हैं, और अपने काम को बेहद ज़्यादा पसंद करती हैं।
स्वाति बताती हैं कि उन्होंने कभी भी अपने पिता का नाम लेकर किसी भी काम को करवाने की नहीं सोची, वो ये भी बताती हैं कि उनके पिता ही उन्हें अपने पैरों पर खड़े होकर सेल्फ़ डिपेंड होने की सलाह देते हैं।
और यही कारण है कि स्वाति के मन में भी अपने पिता के लिए पूरा आदर, भाव और सम्मान है, लेकिन भरोसा सिर्फ अपनी मेहनत पर।